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अगरपुरा में शहीदे आजम भगत सिंह की 32 इंच की मूर्ति का किया अनावरण शहीदे आजम के पौत्र यादविन्दर सिंह ने किया अनावरण

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भीलवाड़ा ( बलराम वैष्णव ):- क्षेत्र के अगरपुरा गांव में स्वतंत्रता सेनानी एवं क्रांतिकारी शहीदे आजम भगत सिंह जी का मंदिर में मूर्ति का अनावरण आज रविवार को शहीदे आजम के पौत्र यादविन्दर सिंह के द्वारा किया गया, इस दौरान भारत माता, वंदे मातरम, इंकलाब जिंदाबाद, शहीद भगत सिंह अमर रहे के नारों का जयघोष किया गया । नशा मुक्त युवा भारत आंदोलन के सूत्रधार नारायण भदाला ने बताया कि अगरपुरा गांव रोड़ वाले बालाजी मंदिर पर आजादी की क्रांति के जननायक रहे स्वतंत्रता सेनानी एवं क्रांतिकारी शहीदे आजम भगत सिंह जी की मंदिर में मूर्ति का अनावरण किया गया । अगरपुरा गांव रोड़ के बालाजी मंदिर के पास में शहीदे आजम भगत सिंह जी के मंदिर में अनके पौत्र यादविन्दर सिंह संधू के द्वारा दोपहर को मंदिर में मूर्ति का अनावरण किया गया । मंदिर में देशभक्तों के चित्र बनाए गए । शहीद भगत सिंह की मूर्ति ग्रेनाइट के पत्थर से 32 इंच की बनाई गई, ग्रामीणों द्वारा यादविन्दर सिंह का माला पहनाकर स्वागत किया गया, 8 ढोलो के साथ पुष्प वर्षा कर स्वागत किया, यादविन्दर सिंह के साथ ही उनके साथ पहुंची टीम का भी माला पहनाकर स्वागत किया । मंच का संचालन सूरज पारीक द्वारा किया गया । इस दौरान कुमार राकेश, अजय गोड़, नैना जाट, खुशी जाट, प्रेम शंकर, मोहम्मद शाहिद ने देशभक्ति भजनों व गीतों की प्रस्तुतियां दी । इस दौरान यादविन्दर सिंह सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भगत सिंह हमारे दिलों में जिंदा है, 23 मार्च 1931 को अंग्रेजों ने उनको फांसी दी, मृत्यु के साथ उनका संघर्ष हुआ और मृत्यु उनसे हार गई की, कि जब मृत्यु उनके गले में फांसी का फंदा बनाकर पहुंची, तब तक वह हिंदुस्तानियों के दिलों में बस चुके थे और हमारे दिलों में आ गए और अजर अमर हो गए, साथ ही कहा कि युवाओं को शहीद भगत सिंह जी के आदर्शो को अपने जीवन में उतरने को कहा । कार्यक्रम के दौरान कार्यक्रम को सफल बनाने वाले भामाशाहों को सम्मानित किया गया । इस दौरान बड़ी संख्या महिला पुरुष व युवक युवतियां मौजूद रही । आर्टिस्ट के जी कदम द्वारा 5 मिनिट में रक्त से लाइव फ़ोटो बनाया गया । जिसमें रक्त नारायण भदाला का लिया गया । 18 गावों में गो उपचार केंद्र व गोशाला अपने स्तर पर चलाने वाले गो भक्तों को सम्मानित किया गया । इस दौरान हंसराज चौधरी, ओम प्रकाश जाट , हंसराज अटारिया, नारायण जाट, सुरेश धाकड़ , रवींद्र जुनेजा सहित गाँव के युवा कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।

 

400 युवाओं की टीम ने किया कार्य

स्वतंत्रता सेनानी व क्रांतिकारी शहीदे आजम भगत सिंह जी के मंदिर निर्माण व मूर्ति अनावरण के कार्य को सफल बनाने के लिए 400 युवाओं ने काम किया, 400 युवाओं के 11 दल बनाकर अलग-अलग कार्य का दायित्व दिया, साथ ही उन टीमों के नाम भी देशभक्तों के नाम पर रखा गया, जिसमें चंद्रशेखर आजाद टीम, सुभाष चंद्र बोस टीम, राजगुरु टीम, सुखदेव टीम, रामप्रसाद बिस्मिल टीम, उधम सिंह टीम, लाला लाजपतराय टीम, मंगल पांडे टीम, खुदीराम बोस टीम, अशफाक उल्ला खान टीम व वीर सावरकर टीमें बनाई गई, सदस्यों ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए कार्य को पूरा कर कार्यक्रम को सफल बनाया, टीम के सदस्यों द्वारा यादविन्दर सिंह को भारत माता की तस्वीर भेंट की गई ।।

भीलवाड़ा जिले बनेगा मूर्ति लगाने का रिकॉर्ड

भगत सिंह की मूर्ति का विश्व रिकॉर्ड एक दिन में 16 भगत सिंह मूर्तिया लगाने का हरियाणा के सिरसा गाँव के पास है, उस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए भीलवाड़ा के युवा टीम ने यादविंदर सिंह ( पौत्र भगत सिंह ) को विस्वाश दिलाया । नारायण भदाला के आह्वान पर 8 गावों के लोगो ने उसी समय भगत सिंह की मूर्ति लगाने के लिए बोल दिया जिसमें नवग्रह आश्रम मोती बोर खेड़ा में हंसराज चौधरी, रूपाहेली में ओम प्रकाश जाट, उदलियास में उदयलाल गाडरी, कोटड़ी में शंकरलाल जाट, कांदा में युवा टीम द्वारा, कीरतपुरा में नारायण जाट, डूंडी ईराश में सांवर धोल्या, ढोलकिया में युवा टीम के द्वारा सहीत 21 गांवों में मूर्तियां लगाई जाएगी ।।

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Author: shiningmarwar

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